Friday, November 13, 2015

फुलझड़ी के लिए..............



वो मुफ़लिसी में था तैयार ख़ुदकुशी के लिए । 

कि उसका रो रहा बच्चा था फुलझड़ी के लिए। 

बहुत ग़रीब था वो कुछ नहीं खरीद सका ,

बस अपने दिल को जलाया था रौशनी के लिए। 

-कुँवर कुसुमेश

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