Tuesday, August 30, 2011
Wednesday, August 24, 2011
तूफां के मुक़ाबिल अन्ना
कुँवर कुसुमेश
वाक़ई आज है तूफां के मुक़ाबिल अन्ना.
कल मगर देखना मिल जायेगी मंज़िल अन्ना.
जो लड़ाई में हैं इस दौर में शामिल अन्ना,
दौरे-मुश्किल नहीं उनके लिए मुश्किल अन्ना.
अम्न हो ,चैन हो भारत में इसी मक़सद से ,
खेलता जा रहा खतरों से है तिल-तिल अन्ना.
तैरने वाले तलातुम से नहीं घबराते,
तैरने वाले को मिल जाते हैं साहिल अन्ना.
आप इस दौर के गाँधी है ,यकीं होता है,
नाज़ करता है तेरे नाम पे ये दिल अन्ना.
जंग जन लोकपाल बिल का हमीं जीतेंगे.
हाँ,'कुँवर'करके दिखायेंगे ये हासिल अन्ना.
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तलातुम=बाढ़ , साहिल=किनारे
Sunday, August 21, 2011
साथ दो मुरली वाले
(कुण्डली)
कुँवर कुसुमेश
अन्ना के अभियान में,जनता उनके साथ.
शायद भ्रष्टाचार से,अब तो मिले निजात.
अब तो मिले निजात,साथ दो मुरली वाले.
जिधर देखिये उधर,लूट-हत्या-घोटाले.
बने नया इतिहास,लिखे यह पन्ना-पन्ना.
कामयाब हों आप,सफल हो अनशन,अन्ना.
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श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें
Thursday, August 11, 2011
धागों पे ऐतबार ही राखी है
कुँवर कुसुमेश
धागों पे ऐतबार ही राखी है दोस्तो.
भाई-बहन का प्यार ही राखी है दोस्तो.
हीरे-जवाहरात नहीं, मालो-ज़र नहीं,
रेशम का तार-तार ही राखी है दोस्तो.
वक्ते-सुबह कलाई में राखी का बांधना.
लम्हा ये खुशगवार ही राखी है दोस्तो.
इसमें निहाँ है अहदे-हिफ़ाज़त का फ़लसफ़ा,
रिश्तों का ये सिंगार ही राखी है दोस्तो.
हर इक बहन पे जान निछावर हो भाई की,
दौलत ये बेशुमार ही राखी है दोस्तो.
आँखें बिछी हों भाई की राहों में तो 'कुँवर'
भाई का इंतज़ार ही राखी है दोस्तो.
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वक्ते-सुबह=सुबह के वक़्त,निहाँ=छुपा हुआ.
अहदे-हिफ़ाज़त=सुरक्षा की प्रतिज्ञा.
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